एनिमेशन एवं मल्टीमीडिया प्रौद्योगिकी

मल्टीमीडिया एवं एनिमेशन प्रौद्योगिकी पाठ्यक्रम (मैट)

एनिमेशन उद्योग की पहचान एक उच्च विकास क्षेत्र के रूप में की गई है। वर्ष 2008 में वैश्विक एनिमेशन बाजार का अनुमान 68 बिलियन अमेरिकी डॉलर लगाया गया था और 10 प्रतिशत के सीएजीआर की दर से बढ़कर वर्ष 2012 तक इसे 100 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुँचने का अनुमान लगाया गया है। भारत में एनिमेशन उद्योग का आकार वर्ष 2008 में 494 मिलियन अमेरिकी डॉलर होने का अनुमान लगाया गया था और 22 प्रतिशत के सीएजीआर की दर से बढ़कर वर्ष 2012 तक इसे 1 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुँचने का अनुमान लगाया गया है। इसी प्रकार, भारत में खेल उद्योग का विकास भी तेज गति से हो रहा है और वर्ष 2012 तक 830 मिलियन डॉलर तक पहुँचने का अनुमान है। (संदर्भ नैसकॉम रिपोर्ट)

लेकिन एनिमेशन तथा खेल उद्योग को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है जैसे कि अच्छी क्वालिटी के संसाधनों का अभाव, सीमित प्रशिक्षण संस्थान तथा गैर-मानकीकृत पाठ्य विषय, जिसके फलस्वरूप मेधा की कमी। (संदर्भ नैसकॉम रिपोर्ट)

नाइलिट के केन्द्रों में एनिमेशन एवं मल्टीमीडिया प्रोद्योगिकी से संबंधित विभिन्न मूल्य संवर्धन पाठ्यक्रमों में प्रशिक्षण प्रदान करने की विशेषज्ञता है। इसमें त्रि-आयामी मॉडलिंग एवं चरित्र एनिमेशन में उन्नत पाठ्यक्रम, डिजिटल मीडिया सृजन में एक वर्ष का पूर्णालीन पाठ्यक्रम, परस्पर सक्रिय मल्टीमीडिया विकास पर छह महीने का अंशकालीन सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम, डीओईएसीसी ए तथ बी स्तर के पाठ्यक्रमों के एक भाग के रूप में “कम्प्यूटर ग्राफिक्स एवं मल्टीमीडिया” का एक माड्यूल, एनिमेशन एवं मल्टीमीडिया के परिचय पर परस्पर सक्रिय अधिगम सामग्री का विकास आदि पाठ्यक्रम शामिल हैं। इसलिए, नाइलिट एनिमेशन एवं मल्टीमीडिया प्रौद्योगिकी के उदीयमान क्षेत्रों में राष्ट्रीय स्तर पर व्यापक कुशलता विकास कार्यक्रमों के कार्यान्वयन के लिए प्रचालनात्मक कार्यनीतियाँ तैयार कर रही है।

अधिक जानकारी के लिए नोडल केन्द्र से सम्पर्क करें : नाइलिट केन्द्र, कोलकाता 

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